Session 2023-24:

S.No.NameCompanySalary
1.Abiha TabbasumSunbeam School, LahartaraRs.15,000/-
2.Kajal PandeySavera24News ChannelRs.8,000/-
डी.ए.वी. पी.जी. कालेज के मनोविज्ञान विभाग में स्टूडेंट ओरियंटेशन प्रोग्राम का आयोजन किया गया। जिसका विषय ’’मनोवैज्ञानिक ज्ञान कौशल और करियर निर्माण’’ था। इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ. बी.सी.कर (साइंटिस्ट, डीआरडीओ) थे। उन्होंने कहा कि मनोविज्ञान के जरिए हम अपने को खुद खुश रख सकते हैं और दूसरों को भी खुश रख सकते हैं। इसलिए इसके स्वरूप जीवन जीने में काफी सहायता मिलती है। मनोविज्ञान से ही हमें जीवन में बेहतर निर्णय लेने की क्षमता विकसित होती है। मनोवैज्ञानिक परामर्श दैनिक जीवन की समस्याओं के समाधान में सहायक होता है आज वर्तमान की अति व्यस्त जीवनशैली और तनावपूर्ण माहौल में व्यक्ति को मानसिक रूप से स्वस्थ भी कर रहा है इसमें मनोविज्ञान की भूमिका देवदूत जैसी है। मनोविज्ञान एक नई दृष्टि देता है और इसका मूल मंत्र है कि दृष्टि बदलो तो सृष्टि बदल जाती है। मनोविज्ञान के माध्यम से खुश रहने के तरीकों का भी वर्णन डॉ बीसी कर ने किया। और कहा कि जीवन में यदि खुश रहना है तो रोमांचक बदलाव लाएं और इससे व्यक्ति उर्जावान महसूस करता है।
इस सेमिनार की अध्यक्षता मनोविज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ सत्य गोपाल जी ने किया तथा कहा कि मनोविज्ञान एक जीवन जीने की कला है और इसी मनोविज्ञान से व्यक्ति में रचनात्मकता आती है। हमारी जीवन की सार्थकता मनोविज्ञान के जरिए सिद्ध होती है। धीरे-धीरे ज्ञान की विभिन्न शाखाओं पर मनोविज्ञान का प्रभाव महसूस होने लगा हैं। और यह अन्य विषय की समस्याओं को भी समझने में उपयोगी हो रहा है । जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को मनोविज्ञान जरूर पढ़ना चाहिए यह ऐसा विषय है जो मनुष्य के जीवन के प्रत्येक पहलू को एक वास्तविक दृष्टिकोण से समझता है। इस कार्यक्रम में अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापन डॉ ऋचा रानी यादव ने किया तथा कार्यक्रम में डॉ.कल्पना सिंह, डाॅ. अखिलेंद्र सिंह, डॉ. कमालुद्दीन शेख, डॉ. राजेश झा, प्रशांत रघुवंशी आदि उपस्थित थे ।