यह देश युवाओं का है | युवा ही इसे आगे ले जायेंगे। अब समय आ गया है जब युवा पीढ़ी को सशक्त कर भविष्य के भारत की नींव तैयार करें। उक्त बातें मंगलवार को डीएवी पीजी कॉलेज में शुरू हुए तीन दिवसीय युवा महोत्सव ष्उड़ानष् . 22 के उद्घाटन के अवसर पर मुख्य अतिथि पद्मश्री अलंकृत विख्यात सितारविद् पंण् शिवनाथ मिश्रा का। युवाओं को सम्बोधित करते हुए पंण् मिश्र ने कहा कि जीवन मे कठिन परिश्रम और लगन से बड़े से बड़ा लक्ष्य भी हासिल किया जा सकता हैए बस आवश्यकता है दृढ़ इच्छाशक्ति की। उन्होंने यह भी कहा कि मेरा पद्मश्री काशीवासियों को समर्पित है।
अध्यक्षता करते हुए प्राचार्य डॉण् सत्यदेव सिंह ने कहा कि पंण् शिवनाथ का जीवन युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत हैए युवा यदि विद्यार्थी जीवन से ही लगनशीलए कर्तव्यनिष्ठ एवं सरल स्वभाव का हो तो सफलता उसके कदम जरूर चूमती है। युवा महोत्सव छात्रों में उत्साह का संचार करने के लिए सबसे उपर्युक्त मंच है।
इससे पूर्व महोत्सव का शुभारंभ अतिथियों द्वारा दीप प्रज्ज्वलन एवं मॉ सरस्वती के प्रतिमा पर मार्ल्यापण कर किया गया। प्राचार्य डॉण् सत्यदेव सिंह एवं प्रबन्धक अजीत सिंह यादव ने मुख्य अतिथि पंण् शिवनाथ मिश्रा एवं विशिष्ट अतिथि पंण् देवब्रत मिश्रा का अंगवस्त्रए स्मृति चिन्ह एवं पुष्पगुच्छ प्रदान कर स्वागत किया। पंण् शिवनाथ को डीएवी काशी संगीत गौरव सम्मान से नवाजा गया। डॉण् उषा किरण सिंह को भी विशिष्ट सम्मान से सम्मानित किया गया। संचालन प्रोण् अनूप कुमार मिश्राए स्वागत डॉण् पूनम सिंहए डॉण् संगीता जैनए डॉण् मीनू लाकड़ा तथा धन्यवाद ज्ञापन प्रोण् ऋचारानी यादव ने दिया। इस अवसर पर समस्त विभागाध्यक्षों ने अतिथियों का अभिनन्दन किया।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम . उड़ान . 22 के पहले दिन सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। विश्वविख्यात सितारविद् पंण् देवब्रत मिश्रा ने जैसे ही स्वण् पीण्एन सिंह यादव स्मृति सभागार में मंच से सितार की झंकृत कर देने वाली तान छोड़ीए समूचा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। उन्होंने सबसे पहले राग चारूकेषी में निबद्ध द्रुत गत बंदिश प्रस्तुत कीए उसके बाद झाला तथा तबले और सितार की जुगलबन्दी से सबको भावविभोर कर दिया। इसके बाद उन्होंने होली गीत ष्रंग सारी गुलाबी चुनरिया रेष् तथा चैती ष्चैतमा से बोले रे कोयलिया ओ रामाष् की धुन से माहौल रसमयी कर दिया। अन्त में दुर्गा स्तुति ष्भवानी . दयानीष् से समापन किया। उनके साथ तबले पर प्रशान्त मिश्रा एवं गिटाार पर अंजनी कुमार ने संगत की।
इसके अलावा पहले दिन क्लासिकल सोलोए फिल्मी सोलोए ग्रुप डांस वेस्टर्न तथा कोरियोग्राफीए फोक एवं ट्राईबल डांस की भी प्रस्तुति हुई। वहीं साहित्य में टर्नकोटए सुभाषण हिन्दी एवं अंग्रेजी की भी प्रतियोगिता सम्पन्न हुई। निर्णायक मण्डल में प्रोण् सत्यगोपाल जीए डॉण् राकेश कुमार द्विवेदीए डॉण् पारूल जैनए डॉण् आनन्द सिंहए साक्षी चौधरीए डॉण् प्रियंका बहल आदि रहे। संचालन राजन कुमारए अनुराधा ंिसंहए अनुश्री अग्रवाल आदि ने किया।